Bullet Train Project
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट: 2029 तक पूरा करने का लक्ष्य
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को 2029 में पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
- इसमें मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना का गुजरात खंड (वापी से साबरमती) 2027 तक पूरा होगा और जबकि साबरमती से मुंबई तक का शेष कार्य 2029 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रख गया है।

भारत का बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
- भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना, जिसे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) कहा जाता है, देश की पहली उच्च गति रेल सेवा होगी। इस रूट की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है, जिसे यह ट्रेन सिर्फ तीन घंटे में तय करेगी।
संरचना और विशेषताएँ
- इस हाई-स्पीड रेल मार्ग पर अधिकतम गति 350 किमी/घंटा होगी।
- ट्रेन का लगभग 92% (468 किमी) ट्रैक एलिवेटेड (उन्नत) होगा।
- मार्ग में 70 हाईवे और 21 नदियाँ पार की जाएँगी।
- इसका 7 किमी का खंड समुद्र के नीचे से गुजरेगा — जो परियोजना की एक अनोखी विशेषता है।
तकनीक और सहयोग
- इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) द्वारा लागू किया जा रहा है।
- निर्माण में जापान की शिंकानसेन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिसे विश्व में सबसे विश्वसनीय और तेज़ ट्रेन तकनीकों में गिना जाता है।
- जापान की जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA) इस परियोजना की कुल लागत का लगभग 80% वित्तपोषण कर रही है।
- भारत को 2026 तक जापान से दो शिंकानसेन ट्रेन सेट (E5 और E3 श्रृंखला) निःशुल्क प्राप्त होंगे।
- इनमें से E5 श्रृंखला की अधिकतम गति 320 किमी/घंटा है, जिसे प्रारंभिक चरण में इस रूट के लिए चुना गया है।
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